कैनरा बैंक ने कॉरपोरेट्स और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSMEs) को मार्च के बाद से अग्रिम 60,000 करोड़ रुपये से अधिक मंजूर किए है।
COVID-19 के प्रकोप से उत्पन्न एक अस्थायी समस्याओ को पूरा करने के लिए, केनरा बैंक ने महामारी से प्रभावित उधारकर्ताओं के लिए एक नई क्रेडिट सहायता योजना की घोषणा की है।
इस योजना में सांविधिक बकाया, वेतन, मजदूरी, बिजली बिल और किराए के भुगतान के लिए त्वरित और परेशानी मुक्त ऋण दिया जाता है।
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ने तब से कृषि, स्व-सहायता समूहों और खुदरा श्रेणियों के तहत 4,300 करोड़ रुपये के छह लाख ऋणों को मंजूरी दी है।
इसके अलावा कॉर्पोरेट्स और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSMEs) को मार्च के बाद से 60,000 करोड़ रुपये से अधिक के ऋण अग्रिम मंजूर किए है।
प्रबंध निदेशक और सीईओ, एल वी प्रभाकर ने एक बयान में कहा, “हमें यकीन है कि जब लॉकडाउन पूरी तरह से बंद हो जाएगा तब हमारे ग्राहक पूरी तरह से स्वीकृत सुविधाओं का लाभ उठा कर अपने व्यवसाय को बेहतर बना सकेंगे।”
सरकार ने एमएसएमई उधारकर्ताओं को 29 फरवरी को बकाया ऋण की 20 प्रतिशत की आपातकालीन क्रेडिट लाइन की घोषणा की है, जिसमें वार्षिक कारोबार 100 करोड़ रुपये तक के साथ 25 करोड़ रुपये बकाया है।
सरकार द्वारा क्रेडिट लाइन की 100 प्रतिशत गारंटी है। इस सुविधा का लाभ 31 अक्टूबर तक उठाया जा सकता है।
इसके अलावा, COVID-19 पर भारतीय रिज़र्व बैंक के नियामक पैकेज के अनुसार, 1 मार्च से 31 अगस्त तक गिरने वाले सावधि ऋण के लिए सभी किस्तों के भुगतान पर रोक लगा दी गई है।