पीड़ित परिवारों को राहुल गाँधी और प्रदेश कांग्रेस नेताओं का समर्थन
गुजरात के राजकोट स्थित टीआरपी गेमिंग ज़ोन में 25 मई, 2024 को भीषण आग लग गई, जिससे 33 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 9 बच्चे भी शामिल थे। आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी, जिसने गेमिंग ज़ोन को पूरी तरह से नष्ट कर दिया। इस घटना ने पूरे राज्य को हिलाकर रख दिया और सुरक्षा उपायों की कमी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए।
राजकोट आग त्रासदी के पीड़ित परिवारों से बातचीत करने और उन्हें समर्थन देने के लिए गुजरात कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और अन्य सदस्यों ने आज एक ज़ूम कॉल का आयोजन किया। राहुल गाँधी के साथ कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने प्रभावित परिवारों के साथ अपनी संवेदनाएं साझा कीं और उन्हें आश्वासन दिया कि पार्टी सरकार पर निष्पक्ष जांच और उचित मुआवज़े के लिए दबाव बनाएगी।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और ट्विटर पर लिखा, “राजकोट, गुजरात में एक मॉल के गेमिंग ज़ोन में लगी भयंकर आग से मासूम बच्चों समेत कई लोगों की मृत्यु का समाचार बहुत ही पीड़ादायक है। सभी शोकाकुल परिजनों को अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।” उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से पीड़ित परिवारों की मदद करने की अपील की और मुआबजे को लेकर आने वाले संसद के सत्र मैं इस मुद्दे को उठाने के लिए बोला।
सरकार की प्रतिक्रिया और जांच
गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने आग की घटना की जांच के लिए एक पांच सदस्यीय एसआईटी (विशेष जांच दल) का गठन किया था । इस टीम को 72 घंटों के भीतर अपनी रिपोर्ट के लिए बोला था जिसमे लगभग 30 लोगो की जान गयी थी । इसके अलावा, राज्य सरकार ने घटना की गंभीरता को देखते हुए उच्च न्यायालय से भी स्वत: संज्ञान लेने की अपील की थी । हाईकोर्ट ने इस मामले में कठोर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था
गिरफ्तारियां और कानूनी कार्यवाही
गुजरात के राजकोट में गेमिंग जोन अग्निकांड पर हाईकोर्ट ने सरकार और प्रशासन को फटकार लगाई है…जिसके बाद ताबड़तोड़ एक्शन शुरू हो गया है…राजकोट के पुलिस कमिश्नर को हटा दिया गया है..तो वहीं मामले में एक और आरोपी की गिरफ्तारी हुई है… मैनेजर नितिन जैन और गेम जोन के मालिक युवराज सोलंकी को हिरासत में लिया गया- गुजरात के राजकोट शहर में शनिवार शाम एक ‘गेम जोन’ में भीषण आग लगने से बच्चों समेत कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई और अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने बताया कि गेमिंग गतिविधियों के लिए निर्मित एक फाइबर डोम में शाम करीब साढ़े चार बजे आग लगी थी
प्रधानमंत्री और अन्य नेताओं की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना जताई। उन्होंने ट्वीट किया, “राजकोट में आग लगने की घटना से बेहद व्यथित हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। घायलों के लिए प्रार्थना करता हूं।” इसके अलावा, उपराष्ट्रपति धनखड़ और विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी अपनी संवेदनाएं व्यक्त की थी।
इस त्रासदी ने सार्वजनिक सुरक्षा उपायों की कमी को उजागर किया है। गुजरात सरकार और स्थानीय प्रशासन ने इस घटना से सबक लेते हुए राज्यभर के अन्य गेमिंग ज़ोन्स और सार्वजनिक स्थलों की फायर सेफ्टी जांच करने का निर्णय लिया है। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों और सभी जगहों पर आवश्यक सुरक्षा उपाय लागू किए जाएं।
राजकोट टीआरपी गेमिंग ज़ोन में आग की इस दुखद घटना ने कई परिवारों की जिंदगियों को प्रभावित किया है। कांग्रेस पार्टी और सरकार दोनों ही पीड़ितों को न्याय दिलेन और मदद करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह घटना सुरक्षा मानकों की पुनः जांच और उन्हें कड़ाई से लागू करने की आवश्यकता को रेखांकित करती है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।