यहाँ देशभर के 96 चुनावी क्षेत्रों में आज मतदान प्रक्रिया जारी है, जिसमें दस राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों (यूटी) के 96 क्षेत्रों के प्रतिनिधियों का चयन करने की लोकतांत्रिक प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी हो रही है।
राज्यवार विवरण:
- आंध्र प्रदेश: सभी 25 चुनावी क्षेत्रों में मतदान प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी हो रही है। साथ ही, राज्य में 175 विधानसभा सीटें भी उपलब्ध हैं, जिससे तीन कोने की टक्कर का माहौल तैयार हो रहा है। सत्ताधारी YSRCP, कांग्रेस-नेतृत्त्व वाला भारतीय गठबंधन, और भाजपा, चंद्रबाबू नायडू द्वारा नेतृत्त्व किया गया TDP, और पवन कल्याण द्वारा नेतृत्त्व किया गया JSP समेत NDA का एक त्रिकोणीय युद्ध है, जो राज्य के गतिशील राजनीतिक परिदृश्य को प्रतिबिंबित करता है।
- तेलंगाना: सभी 17 लोकसभा क्षेत्रों को समायोजित करते हुए पूरा राज्य उत्साही मतदाताओं की भारी उपस्थिति का साक्षात्कार कर रहा है, जिससे सशक्त लोकतांत्रिक अभ्यास की निशानी हो रही है।
- उत्तर प्रदेश: 80 क्षेत्रों में से 13 क्षेत्र एक महत्वपूर्ण मैदान है, जिसमें राजनीतिक गतिविधि का केंद्र बना है।
- बिहार: पूर्वी राज्य से पांच क्षेत्र आज के चुनावी परिदृश्य में शामिल हैं, जो बड़ी चुनावी कथा में जोड़ा गया है।
- झारखंड: पूर्वी राज्य में चार क्षेत्र मतदान केंद्रों को होस्ट कर रहे हैं, जहां मतदाता विभिन्न स्थानीय और राष्ट्रीय मुद्दों के बीच अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं।
- मध्य प्रदेश: भारत के दिल से आठ क्षेत्र मतदान कर रहे हैं, जो राष्ट्रीय चुनावी वर्णक्रम में अपना योगदान दे रहे हैं।
- महाराष्ट्र: पश्चिमी राज्य में ग्लोबल राजनीतिक पसंदों की विविधता को प्रतिबिम्बित करते हुए ग्लोबल राजनीतिक पसंदों की विविधता को प्रतिबिम्बित करते हुए, ग्लोबल राजनीतिक पसंदों की विविधता को प्रतिबिम्बित करते हुए, ११ क्षेत्र लोकतंत्रिक प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी ले रहे हैं।
- ओडिशा: 28 विधानसभा सीटों के साथ-साथ चार क्षेत्रों में चुनावी प्रक्रिया में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं, जो लोकतंत्रिक कपड़ों में स्तर को जोड़ते हैं।
- पश्चिम बंगाल: आठ क्षेत्र मतदान के प्रक्रिया के दौरान आरोपित फ्रैंचाइज का सामना कर रहे हैं, जिसमें पिछले समय राज्य की राजनीति की परिभाषा हो गई है।
- जम्मू-कश्मीर: संघीय क्षेत्र में स्रीनगर लोकसभा क्षेत्र जिसे ऐतिहासिक रूप से कम वोट के लिए ध्यानाकर्षित किया गया है, ध्यानार्ह है, जो ऐतिहासिक कम वोटिंग प्रतिशतों और 2022 डेलिमिटेशन अभ्यास के कारण ध्यान आकर्षित कर रहा है।
पिछले चरण और मतदाता उत्तरदायित्व:
पिछले चरणों में मतदाता वोटर्स की दर क्रमश: 66.14%, 66.71%, और 65.68% थी, जिससे नागरिकों की सक्रिय भागीदारी देश की राजनीतिक भविष्यवाणियों को आकार देने में मदद की। वोटिंग पहले से ही कई राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में समाप्त हो चुकी है, और निरंतर अग्रसर हो रही है।
कांग्रेस पार्टी ने चुनाव आयोग को जी किशन रेड्डी के खिलाफ शिकायत दर्ज की है, जिसने चुनावी वातावरण में विवाद का माहोल पहले ही पैदा कर दिया है। मतदान केंद्र शाम 6 बजे तक खुले रहेंगे, और हर डाला गया वोट भारतीय चुनावालय के लक्ष्यों और आवाजों के साथ गूंजता है।
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