इज़राईल और हमास के बीच यु़द्ध को सात दिन हो चुके हैं और अब तक इज़राइल के हमलों में, अनुमान के आधार पर 1500 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। यह युद्ध बरबरता की ओर कदम बढाता चला जा रहा है, और कोई इसे रोकने का प्रयत्न नहीं करता दिख रहा।
इज़राइल फिलिस्तान युद्ध की शुरूआत।
यूँ तो इज़राइल और फिलिस्तान के बीच यु़द्धों का सिलसिला चलता ही रहता है। परन्तु इस बार मानवता की हदों को पार कर दोनों ही देश विनाश पर उतारू हैं। हमास द्वारा 7 अक्टूबर 2023 को गाजा पट्टी पर कई सारे रोकेट हमले इज़राईल के प्रमुख सहरो, सैन्य ठिकानों और बसतियों पर किए गए और साथ ही इज़राइल की सीमा को तोड़कर इज़राइल की बसतियों और सैन्य ठिकानों में जबरदस्ती प्रवेश भी किया गया। जिसमें कई सारे इज़राईली मारे गए और कई सारे लोगों को हमास द्वारा बंधक बना लिया गया है।
इस हमले के बाद इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजिमन नेतनयाहू ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए घोषणा की ‘‘इज़राइल युद्ध में है।‘‘
इज़राइली सेना की जवाबी कार्यवाही, क्रुरता से कम नहीं।
हमास के हमले के बाद इज़राइली एयरफोर्स द्वारा गाजा पट्टी पर मौजूद हमास के ठिकानो पर हमले किए गए। इज़राईल के हमलो ने पूरी गाजा पट्टी को हिला कर रख दिया है। इज़राईन ने एक के बाद एक कई सारे बम गाजा पट्टी पर गिराए जिसमें माना जा रहा है कि गाजा में रहने वाले 1500 से अधिक लोग मारे गए है और 6000 से अधिक लोग जख्मी हुए हैं।
मंगलवार को प्रधानमंत्री नेतनयाहू ने कठोर शब्दों में कहा कि, ‘‘हम युद्ध नहीं चाहते थे, इसे बहुत ही क्रुर तरीके से हम पर थोपा गया है। हालांकी इज़राइल ने इस युद्ध को शुरू नहीं किया लेकिन इसे खत्म कर देगा।‘‘ उनके इस बयान से उनकी मनसा स्पष्ट पता लगती है कि वह क्या करना चाहते है।
यही कारण है कि इज़राइल की जवाबी कार्यवाही तेज होती चली जा रही है। जिसे आने वाले समय में और भी बड़ा और तेज करने की सोच के कारण इज़राइल ने 3,00,000 सैनिक जुटा लिए है और उत्तरी गाजा में रहने वाले 11 लाख से अधिक लोगों को 24 घंटे में गाजा छोड़कर चले जाने के लिए कह दिया है, और अगले आदेश तक वापस न आने का सुझाव दिया है।
U.N के अनुसार अब तक 4 लाख से अधिक लोग वैसे भी स्थानान्तरण कर चुके हैं।
समस्याओं में फसे गाजा में रह रहे 20 लाख से अधिक लोग।
लगातार हो रही बमबारियों के बीच फसे गाजा में रह रहे लोगों की समस्या दिन ब दिन बढती ही नजर आ रही है। पहले से ही विकास की दौड़ में दो देशों के बीच फसे, पिछड़े और वंचित रह गए गाजा पर इज़राइली मंत्रियों ने पूरी तरह से घेराबंधी करने की घोषणा कर दी है। जिसके फलस्वरूप इज़राईली सेना ने गाजा पट्टी के पास कई सारे टैंक तैनात कर दिए हैं। इस घेराबंधी के बाद गाजा में फसे लोगों तक बिजली, भोजन, पानी और इधन जैसी जरूरी चीजें तक नहीं पहुंच पा रही है।
इसी बीच 12 आक्टूबर को इज़राई ने गाजा पर एक और हवाई हमला कर दिया जिसमें की बताया जा रहा है 51 लोगों की मौत हुई है।