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भारत में ऑनलाइन स्ट्रीमिंग श्रृंखलाओं का उदय

भारत में ऑनलाइन स्ट्रीमिंग श्रृंखलाओं का उदय - Entertainment News Digpu

जहाँ सभी OTT प्लेटफॉर्म्स एक दूसरे के साथ प्रतिस्पर्धा के चलते विशेष श्रृंखलाओं को प्राथमिकता दे रहे हैं, दर्शक भी नयी आवाज़ों और चेहरों  के साथ असाधारण श्रृंखलाओं को देखने की उम्मीद कर रहे हैं।

पिछले एक दशक में, भारत OTT स्ट्रीमिंग श्रृंखलाओं के पूर्णत: अधिग्रहण के लिए एक मंच स्थापित कर रहा है । 1.3 अरब लोगों की आबादी के साथ, हम लगभग किसी भी नए उद्योग के लिए एक बड़ा संभावित बाजार हैं। इसी विषय पर एक विश्लेषण प्रस्तुत है।

अंक OTT के बारे में कई बातें सामने लाते हैं

एसोचैम (एसोसिएटेड चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ऑफ इंडिया) और पीडब्ल्यूसी (प्राइसवाटरहाउसकूपर्स) के एक अध्ययन के अनुसार, देश में स्मार्टफोन की पैठ तेजी से बढ़ रही है और २०२२ तक यह संख्या 85।9 करोड़ लोगों तक बढ़ने की उम्मीद है । साथ ही डेटा कनेक्टिविटी की कीमतों गिर रही हैं जबकि इंटरनेट स्पीड में तेजी से वृद्धि हो रही है।

OTT (ओवर-द-टॉप) उद्योग के लिए, यह सब अच्छी खबर है। श्रृंखलाओं की स्ट्रीमिंग आसान, तेज और सशक्त हो गयी है। अब परिवार के हर सदस्य को अब अपने स्वयं के शो देखने की स्वतंत्रता है। भारत में स्वतंत्र रचनाकारों के लिए, यह एक वरदान साबित हो रहा है।

OTT जगत में अव्वल स्थान

2019 में काउंटरपॉइंट टेक्नोलॉजी द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण के अनुसार, हॉटस्टार (Hotstar) में खेल और क्षेत्रीय सामग्री के व्यापक कंटेंट की बदौलत भारतीय बाजार में सबसे अधिक कर्षण है। हालांकि, इस प्रतिस्पर्धा में अमेज़न प्राइम वीडियो(Amazon Prime Video) और सोनिलिव (SonyLiv)इसके काफी करीब हैं । नेटफ्लिक्स (Netflix) कंटेंट के एक अधिक विविध मिश्रण के साथ चौथे स्थान पर हैं । इनमें से सिर्फ अमेजन प्राइम वीडियो और नेटफ्लिक्स ही विज्ञापन के बिना कंटेंट प्रस्तुत करते हैं।

मेड-फॉर-डिजिटल कंटेंट की अपार संभावनाएं

नेटफ्लिक्स के सीईओ, रीड हेस्टिंग्स ने घोषणा की है कि उनकी कंपनी भारत में ओरिजनल कंटेंट बनाने पर 300 करोड़ रुपये खर्च करेगी। अमेजन प्राइम वीडियो मूल भारतीय सामग्री के लिए अपने बजट को दोगुना करने की योजना बना रहा है। इसके अलावा हॉटस्टार ने हाल ही में भारतीय उपमहाद्वीप के लिए सात भाषाओं में क्षेत्रीय शो बनाने के लिए 120 करोड़ रुपये निर्धारित किए हैं।

मेड-फॉर-नेटफ्लिक्स शो, सेक्रेड गेम्स की लोकप्रियता के साथ भारत में बने ओरिजनल कंटेंट को बड़ा बूस्ट मिला । पहला सीजन 2018 में प्रसारित हुआ और 191 देशों को जारी किया गया । 2019 में बहुप्रतीक्षित दूसरे और अंतिम सीजन प्रसारित किया गया ।

कंटेंट रचनाकारों का क्या कहना है?

सेक्रेड गेम्स के राइटर-डायरेक्टर विक्रमादित्य मोटवाने ने हाल ही में एक मेजर पब्लिकेशन के साथ एक इंटरव्यू में कहा था कि उन्हें ये शो बनाने में बोहत मज़ा आया क्यूंकि नेटफ्लिक्स ऐसे दर्शकों द्वारा देखा जाता हैं जो चुनौतियां पसंद करते हैं। ऐसे होशियार दर्शकों के लिए कंटेंट बनाने का उन्हें मौका मिला , इसकी उन्हें प्रसन्ता है।

मैजिक ऑवर फिल्म्स के सीईओ और प्रोड्यूसर, समीर सरकार ने पिछले तीन वर्षों में चार अलग-अलग भारतीय भाषाओं में चार इंडिपेंडेंट फीचर फिल्मों का निर्माण किया है । वे कहते हैं, “इन फिल्मों का मुख्य उद्देश्य ओटीटी प्लेटफार्मों द्वारा अधिग्रहण है । अपने कंटेंट पर ही ध्यान केंद्रित करना उनके लिए हमेशा उपयोगी साबित होता है।

उनकी प्रशंसित और सम्मानित बंगाली फिल्म जोनाकी ने इंटरनेशनल फेस्टिवल में अपना स्थान बनाया और अब नेटफ्लिक्स पर प्रसारित हो रही हैं । इंडो-डच सह-उत्पादन वाली उनकी तमिल फीचर फिल्म ‘नासिर’ ने हाल ही में रॉटरडैम 2020 के अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह में अपना विश्व प्रीमियर किया था और उन्हें प्रतिष्ठित टाइगर पुरस्कारों के लिए नामांकित किया गया था । अब यह एक ओटीटी प्लेटफॉर्म पर बिक्री के लिए दर्ज है ।

समीर आगे कहते हैं, “विश्व सिनेमा के एक स्वतंत्र फिल्म निर्माता के रूप में, हम अक्सर प्रतिबंधित बजट में भी ऐसा कंटेंट बनाते हैं, जिसके बारे में हम खुद बोहत उत्साहित होते हैं। ओटीटी प्लेटफॉर्म दुनिया भर के दर्शकों के लिए हमारे उत्पाद को प्रदर्शित करने का हमारा पसंदीदा स्रोत बन जाते हैं। एक कमर्शियल रिलीज के लिए, एक फिल्म के लिए एक बड़े पैमाने पर दर्शकों की अपील और एक उचित आवश्यक हैं । ओटीटी प्लेटफॉर्म के माध्यम से एक फिल्म प्रसारित करते समय बजट में छूट मिल जाती है, जिससे फिल्म अपने आला दर्शकों तक भी पहुंच जाती है”।

एक स्वतंत्र फिल्म निर्माता राजीव व्हाबी इससे सहमत हैं । वे कहते हैं, “OTT प्लेटफार्मों पर कंटेंट अपने वैश्विक दर्शकों को पहले से कहीं अधिक तेजी से और कुशलता तक पोहचता है।“ मुख्य रूप से अंतरराष्ट्रीय कंटेंट का उत्पादन करने वाले, राजीव की नयी फीचर फिल्म ‘िफ़ समथिंग हप्पेंस’ , अमेरिकी लेखक लॉरेंस ब्लॉक द्वारा 1964 में लिखी एक कहानी का आधिकारिक अनुकूलन है । यह फिल्म भारत और विश्व में  अमेजन प्राइम वीडियो पर उपलब्ध है । निर्माता के रूप में राजीव की पहले की एक फिल्म ‘येलो वॉलपेपर’, जिसका निर्देशन और लेखन स्टुअर्ट हैकशॉ ने किया है , अंतरराष्ट्रीय डिजिटल प्लेटफार्मों पर बहुत पसंद की गई।

राजीव के अनुसार, “थिएटर रिलीज के विपरीत, OTT स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म केवल फीचर फिल्मों तक ही सीमित नहीं हैं। वहां कई और तरह के कंटेंट के लिए सही जगह हैं जैसे की प्रासंगिक श्रृंखला, डोक्युद्रमास, लघु फिल्में, एंथोलोजी, यात्रा और टॉक शो, स्टैंड अप कॉमेडी, और जाहिर है, मुख्यधारा की सुविधाओं तो हैं ही।” अपने फीचर प्रोडक्शन के अलावा राजीव ने ‘Until Midnight’ का भी निर्माण किया था, जिसका निर्देशन प्रतीक पटेल ने किया था, जिसे दुनिया की सबसे बड़ी शॉर्ट फिल्म डिस्ट्रीब्यूटर शॉर्ट्सटीवी द्वारा स्ट्रीमिंग के लिए खरीदा किया गया था ।

राजीव व्हाबी, जो वर्तमान में एक और डिजिटल फीचर और सीरीज पर काम कर रहे हैं कहते हैं,”हालांकि अधिकांश ओटीटी प्लेटफार्म अपने क्यूरेशन मानदंडों के अनुरूप अत्यधिक चयनात्मक हो सकते हैं, डिजिटल युग में स्वतंत्र उत्पादकों के पास निर्बाध वितरण विकल्प हैं। इसका मतलब यह है कि वे अपना ध्यान वहां दे पाते हैं, जहाँ अतिआवश्यक हैं – अच्छे कंटेंट के उत्पादन में।“

जहाँ सभी OTT प्लेटफॉर्म्स एक दूसरे के साथ प्रतिस्पर्धा के चलते विशेष श्रृंखलाओं को प्राथमिकता दे रहे हैं, दर्शक भी नयी आवाज़ों और चेहरों  के साथ असाधारण श्रृंखलाओं को देखने की उम्मीद कर रहे हैं।

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